भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आज बिरज में होरी रे रसिया / ब्रजभाषा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(new)
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
आज  बिरज  में  होली  रे  रसिया  
 
आज  बिरज  में  होली  रे  रसिया  
 +
 
होरी  है  रे  रसिया , बरजोरी  है  रे  रसिया | आज  बिरज  में ...
 
होरी  है  रे  रसिया , बरजोरी  है  रे  रसिया | आज  बिरज  में ...
  
  
 
इत  तन  श्याम  सखा  संग  निकसे  
 
इत  तन  श्याम  सखा  संग  निकसे  
 +
 
उत  वृषभान  दुलारी  है  रे  रसिया | आज  बिरज  में ...
 
उत  वृषभान  दुलारी  है  रे  रसिया | आज  बिरज  में ...
  
  
 
व्रत  गुलाल  लाल  भये  बादर  
 
व्रत  गुलाल  लाल  भये  बादर  
 +
 
केसर  की  पिचकारी  है  रे  रसिया | आज  बिरज  में ...
 
केसर  की  पिचकारी  है  रे  रसिया | आज  बिरज  में ...
  
  
 
बाजत  बीन , मृदंग , झांझ , डफली  
 
बाजत  बीन , मृदंग , झांझ , डफली  
 +
 
गावत  दे -दे - तारी  रे  रसिया  | आज  बिरज  में ...
 
गावत  दे -दे - तारी  रे  रसिया  | आज  बिरज  में ...
  
  
 
श्यामा  श्याम  मिल  होली  खेलें ,
 
श्यामा  श्याम  मिल  होली  खेलें ,
 +
 
तन  मन  धन  बलिहारी  रे  रसिया ,
 
तन  मन  धन  बलिहारी  रे  रसिया ,
 +
 +
आज  बिरज  में  होली  रे  रसिया !

23:54, 20 मार्च 2008 का अवतरण

आज बिरज में होली रे रसिया

होरी है रे रसिया , बरजोरी है रे रसिया | आज बिरज में ...


इत तन श्याम सखा संग निकसे

उत वृषभान दुलारी है रे रसिया | आज बिरज में ...


व्रत गुलाल लाल भये बादर

केसर की पिचकारी है रे रसिया | आज बिरज में ...


बाजत बीन , मृदंग , झांझ , डफली

गावत दे -दे - तारी रे रसिया | आज बिरज में ...


श्यामा श्याम मिल होली खेलें ,

तन मन धन बलिहारी रे रसिया ,

आज बिरज में होली रे रसिया !