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एक नज़र इस तरफ भी की होती!
आप अपना ज़वाब जवाब थे ख़ुद ही
हम न होते तो क्या कमी होती!
याद करते गुलाब को जो आप
झुक के झुकके काँटों ने राह दी होती
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