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गुड़िया / कुंवर नारायण

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मेले से लाया हूँ इसको
छोटी सी प्‍यारी गुड़‍ियागुड़िया,
बेच रही थी इसे भीड़ में
बैठी नुक्‍कड़ पर बुढ़‍ियाबुढ़िया
अंदर गुदड़ी है तो क्‍या?
गुड़‍िया गुड़िया तू इस पल मेरे
शिशुमन पर विजयी माया।