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छोड़ मुझे, वापिस कर दे मुझे / ओसिप मंदेलश्ताम

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छोड़ मुझे
वापिस कर दे मुझे, वरोनिझ<ref>रूस का एक नगर जहाँ कवि को 1934 में उसक कविताओं के कारण सरकार ने तीन वर्षों के लिए निर्वासित कर दिया था ! </ref>

तू मुझे गिरा देगा
या खो देगा
या मुझे कोई चुरा लेगा

या अन्तत:
तू मुझे लौटा ही देगा
वरोनिझ, तू कौन है
एक भ्रम है
वरोनिझ, तू नोझ<ref>चाकू (रूसी भाषा का शब्द है)</ref> है
वरोन<ref>कौआ (रूसी भाषा का शब्द है)</ref> है

रचनाकाल : अप्रैल 1935

शब्दार्थ
<references/>