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"जीवन गाते गाते बीते / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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       जीवन गाते-गाते बीते  
 
       जीवन गाते-गाते बीते  
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि सा रीते
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और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि-सा रीते
  
 
  दिन भर सागर-तट पर गाऊँ
 
  दिन भर सागर-तट पर गाऊँ
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                             सोच न हारे-जीते
 
                             सोच न हारे-जीते
  
  नव नव धुन जागे जीवन में
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  नव नव धुन जागे क्षण-क्षण में
 
  नित नव राग उठे जीवन में
 
  नित नव राग उठे जीवन में
 
  गीतों मे सज दूँ जो मन में
 
  गीतों मे सज दूँ जो मन में
                             दुःख हों मीठे-तीते
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                             दुख हों मीठे-तीते
 
                         जीवन गाते-गाते बीते
 
                         जीवन गाते-गाते बीते
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि सा रीते
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और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि-सा रीते
 
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02:15, 20 जुलाई 2011 का अवतरण


       जीवन गाते-गाते बीते
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि-सा रीते

 दिन भर सागर-तट पर गाऊँ
   बालू के घर बना-मिटाऊँ
   गाते ही गाते घर आऊँ
                             सोच न हारे-जीते

 नव नव धुन जागे क्षण-क्षण में
 नित नव राग उठे जीवन में
 गीतों मे सज दूँ जो मन में
                            दुख हों मीठे-तीते
                         जीवन गाते-गाते बीते
और पहुँच कर अन्तिम सुर पर सुमनान्जलि-सा रीते