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तुम शिकायत से ही मिला करते / अंजनी कुमार सुमन
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तुम शिकायत से ही मिला करते
पीठ पीछे न यूँ गिला करते
दर्द देने से पहले कह देते
हम भी जख्मों को इत्तिला करते
जो गुलाबों से दिल लगाते हैं
हैं बदन भी वही छिला करते
दोष होता है उसमें पानी का
पेड़ ऐसे नहीं हिला करते
छोड़ देने से फिर भी बेहतर है
हम फटे रिश्तों को सिला करते