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दृष्टि की कमी / राज हीरामन

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धृतराष्ट्र ! गांधारी !! दुर्योधन !!!
तुम तीनों ही अंधे थे
एक तो जन्मांध !
दूसरी की तो आँखें थीं
पर सच्चाई न देखने के लिए
पट्टी बाँध ली थी !!
और तीसरा आँखें होते हुए भी अंधा !!!
द्रौपदी ने तो बताया था
पर दुर्योधन चिढ़ जो गया था
कमी थी तो सिर्फ दृष्टि की
जो तुम सब के यहाँ नहीं थी
और जिसके कारण
महाभारत का युद्ध लड़ा गया !