भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पटरी पर पलने वाला राजकुमार / संजीब कुमार बैश्य / अनिल जनविजय

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुझे दिखाई देता है
एक दो वर्षीय बच्चा
नंगा लेटा हुआ सड़क के किनारे

उसके मज़दूर माता-पिता
अभी उसे
उठा लेंगे गोद में

पटरियों पर पलने वाला
राजकुमार है वो।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय