भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बच्चा तेॅ भगवान छै / दिनेश बाबा
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:35, 11 जून 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दिनेश बाबा |अनुवादक= |संग्रह=हँसी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
बच्चा तेॅ नादान छिकै हो
सूरत में भगवान छिकै हो
पाप-पुण्य केॅ वें की जानेॅ
जिनगी के वरदान छिकै हो
बाप-माय केॅ जाय केॅ पूछो
जिनको हौ संतान छिकै हो
देसोॅ के छै भावी पीढ़ी
नवयुग के अरमान छिकै हो
हर आफत विपदा सें लड़तै
देस रोॅ वीर जवान छिकै हो
भार देस रोॅ लेबेॅ दहू
अटल जकां चट्टान छिकै हो