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"मुखौटे और रात / रजनी अनुरागी" के अवतरणों में अंतर

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13:59, 17 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण

रात होते ही उतर जाते हैं मुखौटे
और दिखने लगते हैं भयावह मुखड़े
ऐसे में आता है एक ख्याल
मुखड़े भयानक हैं या रात