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"मुहब्बत का जुनूँ बाक़ी नहीं है / इक़बाल" के अवतरणों में अंतर
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मोहब्बत क जुनूँ बाक़ी नहीं है<br> | मोहब्बत क जुनूँ बाक़ी नहीं है<br> |
01:26, 2 जून 2008 के समय का अवतरण
मोहब्बत क जुनूँ बाक़ी नहीं है
मुसलमानों में ख़ून बाक़ी नहीं है
सफ़ें कज, दिल परेशन, सज्दा बेज़ूक
के जज़बा-ए-अंद्रून बाक़ी नहीं है
रगों में लहू बाक़ी नहीं है
वो दिल, वो आवाज़ बाक़ी नहीं है
नमाज़-ओ-रोज़ा-ओ-क़ुर्बानी-ओ-हज
ये सब बाक़ी है तू बाक़ी नहीं है