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"मैंने उसको... / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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मैंने उसको
 
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मैंने उसको
 
मैंने उसको
  
::गोली जैसा
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गोली जैसा
 
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चलते देखा!</poem>
::चलते देखा !
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19:46, 8 मार्च 2021 का अवतरण

मैंने उसको

जब-जब देखा,
लोहा देखा,
लोहा जैसा--
तपते देखा,
गलते देखा,
ढलते देखा,
मैंने उसको

गोली जैसा
चलते देखा!