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मोह न छोड्यो मोर महतारी / अवधी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

मोह न छोड्यो मोर महतारी

एक कोखि के भैया बहिनिया
एकहि दूध पियायो महतारी
मोह न...

भैया के भए बाजै अनद बधैया
हमरे भए काहे रोयो महतारी ?
मोह न...

भैया का दिह्यो मैया लाली चौपरिया
हमका दिह्यो परदेस महतारी
मोह न...

सँकरी गलिय होई के डोला जो निकरा
छूटा आपन देस महतारी
मोह न...