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"रहते न तुम अलग-थलग हम न गुज़रते आप से / आरज़ू लखनवी" के अवतरणों में अंतर

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चुपके से कहनेवाली बात कहनी पड़ी पुकार के॥
 
चुपके से कहनेवाली बात कहनी पड़ी पुकार के॥
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पूछी थी छेड़कर जो बात, कहने न दी वो बात भी।
 
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तुमने खटकती फ़ाँस को छोड़ दिया उभार के॥
 
तुमने खटकती फ़ाँस को छोड़ दिया उभार के॥
 
 
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00:25, 10 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

रहते न तुम अलग-थलग हम न गुज़रते आप से।
चुपके से कहनेवाली बात कहनी पड़ी पुकार के॥

पूछी थी छेड़कर जो बात, कहने न दी वो बात भी।
तुमने खटकती फ़ाँस को छोड़ दिया उभार के॥