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[[राकेश खंडेलवाल|राकेश खंडेलवाल की रचनाएँ]]
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|रचनाकार=राकेश खंडेलवाल
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राकेश खंडेलवाल का जन्म १८ मई १९५३ को भरतपुर ( राजस्थान ) में हुआ और प्राथमिक शिक्षा भी भरतपुर में ही हुई। इन्हें घर में उपलब्ध कल्याण के सभी पुराण और विशेषांकों से पढ़ने का व्यसन प्रारंभ से ही लग गया था। भरतपुर की हिन्दी साहित्य समिति में उपलब्ध हज़ारों पुस्तकों ने दिशा निर्देशन दिया और लगभग १२-१३ वर्ष की उम्र में इन्होंने पहली कविता लिखी। भरतपुर की हिन्दी साहित्य समिति हर मास के अंतिम शनिवार को एक कवि सम्मेलन का आयोजन करती थी। वहीं से कविता लिखने का शौक बढ़ता चला गया और आज तक जारी है।
 
राकेश खंडेलवाल का जन्म १८ मई १९५३ को भरतपुर ( राजस्थान ) में हुआ और प्राथमिक शिक्षा भी भरतपुर में ही हुई। इन्हें घर में उपलब्ध कल्याण के सभी पुराण और विशेषांकों से पढ़ने का व्यसन प्रारंभ से ही लग गया था। भरतपुर की हिन्दी साहित्य समिति में उपलब्ध हज़ारों पुस्तकों ने दिशा निर्देशन दिया और लगभग १२-१३ वर्ष की उम्र में इन्होंने पहली कविता लिखी। भरतपुर की हिन्दी साहित्य समिति हर मास के अंतिम शनिवार को एक कवि सम्मेलन का आयोजन करती थी। वहीं से कविता लिखने का शौक बढ़ता चला गया और आज तक जारी है।
  
 
इनकी "अमावस का चाँद" शीर्षक से एक पुस्तक भी प्रकाशित हुई है।
 
इनकी "अमावस का चाँद" शीर्षक से एक पुस्तक भी प्रकाशित हुई है।
 
 
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17:45, 12 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण

राकेश खंडेलवाल का जन्म १८ मई १९५३ को भरतपुर ( राजस्थान ) में हुआ और प्राथमिक शिक्षा भी भरतपुर में ही हुई। इन्हें घर में उपलब्ध कल्याण के सभी पुराण और विशेषांकों से पढ़ने का व्यसन प्रारंभ से ही लग गया था। भरतपुर की हिन्दी साहित्य समिति में उपलब्ध हज़ारों पुस्तकों ने दिशा निर्देशन दिया और लगभग १२-१३ वर्ष की उम्र में इन्होंने पहली कविता लिखी। भरतपुर की हिन्दी साहित्य समिति हर मास के अंतिम शनिवार को एक कवि सम्मेलन का आयोजन करती थी। वहीं से कविता लिखने का शौक बढ़ता चला गया और आज तक जारी है।

इनकी "अमावस का चाँद" शीर्षक से एक पुस्तक भी प्रकाशित हुई है।