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"सग्गा / निशान्त" के अवतरणों में अंतर

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बै कैवण में
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बै  
सग्गा तो अवस कहिजै
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कैवण में सग्गा तो
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अवस कहिजै
 
पण जाबक ई नीं समझै
 
पण जाबक ई नीं समझै
सग्गै तो संकट !
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सग्गै रौ संकट।
  
छुछक, भात,
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छुछक, भात, उढावणी
ओढावणी अर दायजो
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अर दायजो
 
लेंवती बेळा
 
लेंवती बेळा
कदै ई नीं सोचै
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कदेई नीं सोचै
 
कै सग्गो
 
कै सग्गो
 
कळीज तो नीं गयो
 
कळीज तो नीं गयो
करज रै कादै ! 
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कर्ज रै कादै।
 
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22:38, 30 अप्रैल 2015 के समय का अवतरण

बै
कैवण में सग्गा तो
अवस कहिजै
पण जाबक ई नीं समझै
सग्गै रौ संकट।

छुछक, भात, उढावणी
अर दायजो
लेंवती बेळा
कदेई नीं सोचै
कै सग्गो
कळीज तो नीं गयो
कर्ज रै कादै।