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सबद : अेक / राजेन्द्र शर्मा 'मुसाफिर'

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सबद बणज्या
कैंसर जैड़ी गाँठ
बैठज्या काळजै मांय
कटार ज्यूं
करदै खून रिस्तां रौ
बण ज्यावै
दुरजोधन अर दुस्सासन।

द्रोपदी रौ चीरहरण
सीता नै बनवास
सबद ही रच्या
रगत रंग्या इतियास।