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"सबब बग़ैर था हर जब्र क़ाबिले-इलज़ाम / आरज़ू लखनवी" के अवतरणों में अंतर
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बहाना ढूंढ लिया, देके अख्तियार मुझे॥ | बहाना ढूंढ लिया, देके अख्तियार मुझे॥ | ||
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किया है आग लगाने को बन्द दरवाज़ा। | किया है आग लगाने को बन्द दरवाज़ा। | ||
कि होंट सी के बनाया है राज़दार मुझे॥ | कि होंट सी के बनाया है राज़दार मुझे॥ | ||
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00:25, 10 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
सबब बग़ैर था हर जब्र क़ाबिले इल्ज़ाम।
बहाना ढूंढ लिया, देके अख्तियार मुझे॥
किया है आग लगाने को बन्द दरवाज़ा।
कि होंट सी के बनाया है राज़दार मुझे॥