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"स़ाफगोई की अदा इक हद तलक / हस्तीमल 'हस्ती'" के अवतरणों में अंतर
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15:09, 17 जून 2020 के समय का अवतरण
साफ़गोई की अदा इक हद तलक
ये अदाकारी निभा इक हद तलक
सब के सब हैं बेख़बर ख़ुद से यहाँ
सबको है अपना पता इक हद तलक
प्यार की दुनिया वो दुनिया है जहाँ
फ़र्ज़ होता है अदा इक हद तलक
काम आती है बस अपनी रौशनी
साथ देता है दिया इक हद तलक
भूल मत `हस्ती' बुज़ुर्गों की दुआ
काम आती है दवा इक हद तलक