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|संग्रह= रमेश रंजक के बाल गीत / रमेश रंजक
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बना आम की गुठली का बाजा
धरती पर लहराएगा पानी
हवा करेगी अपनी मनमानी
गीत उठेंगे अँगड़ाई लेकर
पतनाले बोलेंगे छरर-छरर
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