भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सुरता राम भजाँ सुख पाओ / भजन" का अवतरण इतिहास

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अन्तर चयन: अन्तर देखने के लिए पुराने अवतरणों के आगे दिए गए रेडियो बॉक्स पर क्लिक करें तथा एण्टर करें अथवा नीचे दिए हुए बटन पर क्लिक करें
लिजण्ड: (चालू) = सद्य अवतरण के बीच में अन्तर, (आखिरी) = पिछले अवतरण के बीच में अन्तर, छो = छोटा बदलाव।

  • (सद्य | पिछला) 01:59, 2 जून 2014Sharda suman (चर्चा | योगदान). . (704 बाइट) (+704). . ('{{KKGlobal}} {{KKDharmikRachna}} {{KKCatBhajan}} <poem> सुरता राम भजाँ सुख पावो॥ राम भ...' के साथ नया पन्ना बनाया)