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सूरज जागा तुम भी जागो / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ

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सूरज जागा तुम भी जागो
किरणे आई अब तो जागो

पेड़ जग गये चिड़ियाँ जागी
क्यारी में कलियाँ भी जागी

गैया मैया रंभा रही है
बें बें करके बुला रही है

उठो अभी आँगन में आओ
चिड़ियों का गाना सुन जाओ

आओ आओ-आओ आओ
मंजन कर लो मुँह धो आओ

दूध पियो फिर खेलो जाकर
ठुम्मुक ठुम्मुक भागो दिनभर