भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सौन्दर्य लहरी / पृष्ठ - 10 / आदि शंकराचार्य

Kavita Kosh से
Kailash Pareek (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:32, 7 जुलाई 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=आदि शंकराचार्य |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पदन्यासक्रीडा परिचयमिवारब्धु मनस-
श्चरन्‍तस्‍ते खेलं भवन कलहंसा न जहति ।
स्‍वविक्षेपे शिक्षां सुभगमणिमञ्जीर रणित -
च्छलादाचक्षाणं चरणकमलं चारुचरिते॥९१॥