भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हँसी / भास्कर चौधुरी" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भास्कर चौधुरी |अनुवादक= |संग्रह= }} {...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

19:33, 9 जुलाई 2015 के समय का अवतरण

ऐसी हो हँसी
कि मुंद जाएँ आँखें
कि
आँखों के मुंदने से
दिखाई नहीं पड़ती है
भीतर की उदासी!!