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"हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर
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आख़िरी साँस तक बेक़रार आदमी | आख़िरी साँस तक बेक़रार आदमी | ||
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18:44, 11 अक्टूबर 2020 के समय का अवतरण
हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी
फिर भी तनहाईयों का शिकार आदमी
सुबह से शाम तक बोझ ढोता हुआ
अपनी ही लाश का ख़ुद मज़ार आदमी
हर तरफ़ भागते दौडते रास्ते
हर तरफ़ आदमी का शिकार आदमी
रोज़ जीता हुआ रोज़ मरता हुआ
हर नए दिन नया इंतज़ार आदमी
ज़िन्दगी का मुक़द्दर सफ़र दर सफ़र
आख़िरी साँस तक बेक़रार आदमी