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खु़दा खैरु करे! / अमुल चैनलाल आहूजा 'रहिमी'

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मूं लिखया गीत
जनता लाइ
फनकार ॻाईन था
अवाम ॿुधे कोन थो
पो बि मां रचियां थो
नित नवां गीत जनता लाइ
रहंदा जरी
सिलसिला सभु
लिखण
ॻाइण
ऐं
न ॿुधण जा!
अॻिते छा थींदो
खु़दा खै़रु करे
कल कीन खु़द
खु़दा खे भी आ!