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हथियारबन्दी / श्याम जयसिंघाणी

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पंहिंजे हिक हथ खे बाहथियार ॾिसी
पंहिंजे ॿिए हथ खे बि
हथियारबन्द थो बणायां
भरोसो मूंखे
कंहिं बि हथ जो कोन्हे।

(विछोटियूं- 1980)