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अंडे पर अंडा / केदारनाथ अग्रवाल
Kavita Kosh से
अंडे पर अंडा
और
अंडे पर अंडा
देती है
जैसे मुर्गी
रोज-ब-रोज;
सरकार भी
देती है उसी तरह
आयोग पर आयोग
और
आयोग पर आयोग
रोज-ब-रोज।
रचनाकाल: २६-०२-१९७८