अंत में बचे रहेंगे राजा / शरद कोकास
बिछ गया बिसात पर
शतरंज का एक मोहरा
हाथी घोड़े ऊँट
लगा रहे हैं बाज़ी
चल रहे हैं चालें
अपने राजा को बचाने के लिए
प्यादा ऊँट घोड़ों के साथ है
प्यादा अपने राजा के साथ है
राजा की दोस्ती राजा के साथ है
प्यादा नहीं जानता राजा की चाल
प्यादा तो मरेगा
चाहे इधर का हो चाहे उधर का
राजा हवस के घोड़े पर सवार
ऊँट की नकेल थामे
हाथी के मद में मदमाता
प्यादों को कुचलता है
प्यादा नारे लगाता है
राजा के खि़लाफ़
वज़ीर के खि़लाफ़
कुचला जाता है
मामूली प्यादों से
प्यादा नहीं जानता
असली राजा कौन है
राजा तो राजा है
दोनों ही राजा हैं
प्यादा तो बस खुश है
उसके साथ हैं
उसके जैसे प्यादे
वह नहीं जानता
एक एक कर मरेंगे प्यादे
दोनों ओर के मरेंगे प्यादे
मरेंगे हाथी
मरेंगे घोड़े
मरेंगे ऊँट
अंत में बचा रहेगा राजा।
-1993