भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हमसे तो बेहतर हैं रंग / शरद कोकास
Kavita Kosh से
हमसे तो बेहतर हैं रंग
रचनाकार | शरद कोकास |
---|---|
प्रकाशक | दख़ल प्रकाशन, 104, नवनीति अपार्टमेंट्स, प्लाट नं.-51, आई.पी.एक्सटेंशन, पटपड़ गंज, नई दिल्ली-51 फोन: 8375072473 |
वर्ष | 2014 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | कविता |
पृष्ठ | 200 |
ISBN | 978-81-929221-9-5 |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
खण्ड 1: 2000 तक की कविताएँ
उमस भरे कमरे में लटका है उदास हवा का एक पोर्ट्रेट
- बहुत कुछ होगा इस बरस / शरद कोकास
- चेतावनी के बावजूद / शरद कोकास
- ग़नीमत है / शरद कोकास
- अंत में बचे रहेंगे राजा / शरद कोकास
- ताज़िया / शरद कोकास
- नाटक:एक / शरद कोकास
- नाटक:दो / शरद कोकास
- नाटक:तीन / शरद कोकास
- घुटन / शरद कोकास
- ज़रूरत / शरद कोकास
- यह भी क्या बात हुई / शरद कोकास
- रिटायरमेंट के बाद बना मकान / शरद कोकास
- इधर संवेदना गुम है / शरद कोकास
- मोड़ / शरद कोकास
- कुष्ठ / शरद कोकास
- बेरोज़गार / शरद कोकास
- वह जो अजन्मा है / शरद कोकास
- ज़रूरी था हवाओं से पूछना / शरद कोकास
- शहर में शाम / शरद कोकास
- मेला / शरद कोकास
- ठण्ड / शरद कोकास
- मालधक्का / शरद कोकास
- उन्माद / शरद कोकास
- छुट्टियाँ / शरद कोकास
- हद तो तब होगी / शरद कोकास
- गोरखा / शरद कोकास
- नाम / शरद कोकास
- अफ़वाह / शरद कोकास
- निवेदन / शरद कोकास
- शहर / शरद कोकास
- कहानी में ज़िन्दगी: एक / शरद कोकास
- कहानी में ज़िन्दगी: दो / शरद कोकास
- सैर / शरद कोकास
- मेरा नाम / शरद कोकास
- इज्ज़तदार / शरद कोकास
- परपीड़क / शरद कोकास
- जंग / शरद कोकास
- जायज़ / शरद कोकास
- दौड़ / शरद कोकास
- बोझ / शरद कोकास
- कोरस / शरद कोकास
- नॉस्टेल्जिया / शरद कोकास
- बच्चों के सपनों से डर / शरद कोकास
- शहर में पड़ोसी / शरद कोकास
- स्वर्ण / शरद कोकास
- बुख़ार / शरद कोकास
- कुएँ में रहने का सुख / शरद कोकास
- लौट गया उलटे पाँव / शरद कोकास
- निवेश / शरद कोकास
- फिसलपट्टी / शरद कोकास
- हमलावर / शरद कोकास
- ख़ुशी के बारे में / शरद कोकास
- पसीना / शरद कोकास
- रेत / शरद कोकास
- बड़े आदमी का दुःख / शरद कोकास
- उधार / शरद कोकास
- विचार हत्या / शरद कोकास
- डायन / शरद कोकास
- केवल दिलासा नहीं / शरद कोकास
- आत्महत्या / शरद कोकास
- दो बूढ़े दोस्त / शरद कोकास
- अंगूठा / शरद कोकास
- झाँकी / शरद कोकास
- ओढ़ा हुआ दुख / शरद कोकास
खण्ड 2: 2000 के बाद की कविताएँ
इन आवाज़ों में एक चीख है; जो आवाज़ के रूपक में सुनाई नहीं देती
- सूना गाँव / शरद कोकास
- प्रार्थनाएँ / शरद कोकास
- प्रवचन / शरद कोकास
- माँ की मृत देह के पास बैठकर / शरद कोकास
- विज्ञापनों में बच्चे / शरद कोकास
- अप्रिय आवाज़ें / शरद कोकास
- हत्या / शरद कोकास
- कामकाजी लड़की / शरद कोकास
- हमसे तो बेहतर हैं रंग (कविता) / शरद कोकास
- बैण्ड बाजे वाले / शरद कोकास
- प्राकृतिक आपदा का सच / शरद कोकास
- कैप्टन कुक की कथा / शरद कोकास
- गोद / शरद कोकास
- प्रेम के दिनों में / शरद कोकास
- पानी हो तुम / शरद कोकास
- नीली फिल्मों में काम करने वाली लडकियाँ / शरद कोकास
- फैशन / शरद कोकास
- कौसर बानो का अजन्मा बेटा / शरद कोकास
- बुरे वक़्त में जन्मी बेटियाँ / शरद कोकास
- अर्थी सजाने वाले / शरद कोकास
- शिकारी / शरद कोकास
- संवेदनशील इलाक़ा / शरद कोकास
- बदबू / शरद कोकास
- हैलमेट / शरद कोकास
- पुरुष / शरद कोकास
- सन्नाटा / शरद कोकास
- एक कवि की ऊब कथा / शरद कोकास
- शब्दबाज़ / शरद कोकास
- विश्वकर्मा / शरद कोकास