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विज्ञापनों में बच्चे / शरद कोकास

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एक बच्चा वह है
जो पिता से पूछता है
हम अपना स्कूटर कब लेंगे

एक बच्चा वह
जिसे उसकी माँ
सच्चाई के मायने साबुन बताती है
और शुभ का अर्थ नारियल तेल
वह बच्चा अपनी माँ से
अच्छी माँ होने का सबूत मांगता है

एक बच्चा डाँट खाकर
घर से भाग जाता है
खास तेल से बनी जलेबी के लालच में
घर लौट आता है

एक बच्चा टुथपेस्ट के भरोसे
मिठाईयां व कैंडी खाने के लिए
दूसरे बच्चे को ललचाता है

एक और बच्चा
ठंडे पेय की लालच में
बड़ों के साथ बद्तमीजी करता है
इन बच्चों के अलावा
कुछ बच्चे ऐसे भी हैं
जो बचपन से सहज खेलों की बजाय
फ्रिज से खेलते हैं
वाशिंग मशीन से गिनती सीखते हैं

यह वे तमाम बच्चे हैं
जिनके साथ खेलने के लिए
आप अपने बच्चों को मना करेंगे
कभी नहीं चाहेंगे आप
कि आप के बच्चे
इन बच्चों के साथ खेलें
और बिगड़ जाएँ।

जबरन भेज दिए गए हैं ये बच्चे
इन दिनों हमारे घरों में
चौबीसों घंटे मौजूद रहने के लिए।

-2002