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अनपढ़ बन्दर का ब्याह / दीनदयाल शर्मा
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अनपढ़ बन्दर बोला -- मम्मी
मैं भी ब्याह कराऊँगा
सुन्दर-सी इक प्यारी बन्दरिया
मैं इस घर में लाऊँगा
उसकी मम्मी बोली -- बेटा
सुन लो मेरी बात
पढ़े नहीं गर दो अक्षर तो
जाएगी नहीं बरात ।।