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आज का गीत / रत्नेश कुमार
Kavita Kosh से
हमें तो अयोध्या भाए
देश रहे या भाड़ में जाए
विहिप को कुर्सी पे बिठाए
देश रहे या भाड़ में जाए
संघी नमस्ते बोलवाएँ
देश रहे या भाड़ में जाए
वन्दे मातरम् कहलाएँ
देश रहे या भाड़ में जाए
लीग से लाग लगाएँ
देश रहे या भाड़ में जाए