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आपको है नहीं पास आना / बाबा बैद्यनाथ झा

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आपको है नहीं पास आना।
झूठ का मत बनाएँ बहाना।

वह करेगा सभी काम को अब,
इस नज़र का सही है निशाना।

आग है जब लगी गाँव में तो,
है नहीं ठीक तब गीत गाना।

जिस ग़ज़ल की अनोखी रहे धुन,
आप दें छेड़ उस पर तराना।

दे रहा आज "बाबा" हिदायत,
है उसे अब जनम भर निभाना।