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उजाड़ / प्रदीप जिलवाने
Kavita Kosh से
उजाड़ का अपना आकर्षण होता है
बस इसे कोई देख नहीं पाता
क्योंकि
एक चिड़िया का होना भी
उजाड़ को उजाड़ नहीं रहने देता