Last modified on 23 मई 2015, at 16:53

उपक्रम / जतरा चारू धाम / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’

आइ हमर पतरामे उचरल जतरा सगुन ललाम
बन्धु! अपन भारत दर्शन हित चलबे चारू धाम।।1।।

जतरा करब जनकपुरसँ पुजि पशुपति हिम-तट जाय
कपिलेश्वरसँ सिंहेश्वर धरि फुल - बेलपात चढ़ाय।।2।।

मगध अवध वैशाली, टोल - पड़ोसक संग समाज
पूजा साजी साजि चलब, हिल-मिलि स्तुति गबइत आज।।3।।