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ऐसा क्यों होता है / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
अपनी बकरी काली
फिर भी देती दूध सफेद
नहीं समझ में आया अब तक
क्या है इसका भेद ?
पत्ती होती हरी, हथेली पर
रचती है लाल,
जाने कैसी करती मेंहदी
जादू-भरा कमाल ?
मुट्ठी में हर चीज पकड़ लो
हवा न पकड़ी जाती,
जाने ऐसा क्यों होती है
मैं ये समझ न पाती।
मम्मी से पूछो तो कहती-
खा मत यहाँ दिमाग’
पापा कहते- ‘जा मम्मी के
पास चली जा भाग।