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और एक यह मैं हूँ / नंदकिशोर आचार्य
Kavita Kosh से
मैंने कहा था-
मत बहो मुझ में
रेत हूँ जलती
जल जायेगा सब जल।
तुम्हीं में तो समाऊँगी
तुम ने इठला कर।
और एक यह मैं हूँ
अपने में समो कर भी
तुम्हें
दिनरात जो
भटफेरियाँ खाता .....
(1992)