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चकई के चकदुम / रमेश तैलंग
Kavita Kosh से
चकई के चकदुम, चकई के चकदुम ।
गाँव की मड़ैया, साथ रहें हम-तुम ।
चकई के चकदुम, चकई के चकदुम ।
ग्वाले की गैया, दूध पिएँ हम-तुम ।
चकई के चकदुम, चकई के चकदुम ।
काग़ज़ की नैया, पार करें हम-तुम ।
चकई के चकदुम, चकई के चकदुम ।
फुलवा की बगिया, फूल चुनें हम-तुम ।
चकई के चकदुम, चकई के चकदुम ।
खेल ख़तम भैया, आओ चलें हम-तुम ।