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छोटी-सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं / शैलेन्द्र
Kavita Kosh से
छोटी सी ये दुनिया, पहचाने रस्तें हैं
तुम कभी तो मिलोगे, कहीं तो मिलोगे तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ...
हम तो ये समझेंगे हमने एक पत्थर को पूजा
लेकिन तुमको अपने जैसा नहीं मिलेगे दूजा, नहीं मिलेगा दूजा
छोटी सी ये दुनिया ...
सीखा नहीं हमारे दिल ने प्यार में धीरज खोना
आग में जल के भी जो निखारे, है वोही सच्चा सोना, है वोही सच्चा सोना
छोटी सी ये दुनिया ...
दिल की दौलत मत ठुकराओ, देखो पछताओगे
आज चले जाते हो जैसे, लौट के भी आओगे, लौट के भी आओगे
छोटी सी ये दुनिया ...