जितिया: एक चित्र / रामदेव भावुक
भौजी नहाबै लए गंगा जी गेल।
भौजी के सरिया हरदी रंग रांगल छै
घरबा के टंगनी पर फुलबा रंग टांगल छै
झिंगली के पत्ता पर खैर-तिल-तेल भौजी...
अंगना के बीच मे गोबर के गोल रंग
चौका लगायल छै गोलका, गलोब रंग
चौकोर चौका पर आटा के रेखा छै
बीच-बीच सिन्दुर के लागल पनसोखा छै
पिढ़िया पर राखल छै पीयर कनेल भौजी...
छांछ भरल दही बरेड़ी के सीका पर
भैया के अंखिया छै भौजी के टीका पर
लाल-लाल पूरी तगारी मे राखल छै
तसमै कराही मे झकना से झांकल छै
खेलै छै मुन्ना संग मुन्नी गुलेल भौजी...
अच्छत चन्दन पर तुलसी दल छै
हरियर दूब आ कुछ पाकल फल छै
पीतल के थारी मे मिसरी के चूर छै
पनमा के पत्ता पर राखल कपूर छै
घी होम राखल छै पूजा के लेल भौजी...
दीा मे लौकै छै बांगा के रूआ रंग
उज्जर सफेद लगै दुधबा के खूआ रंग
गमकौआ पाँच गो धूपबत्ती जरायल छै
अंचरा के गेठरी मे बान्हल कुछ पाय छै
बारी के कोना से ताकै छै बेल भौजी...