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जो है / संगीता गुप्ता
Kavita Kosh से
जो है
क्या देखना उसे
अतीत के चश्मे
या
भविष्य की दूरबीन से ?
सफलता हो
या
विफलता
सुख
या
दुख
कौन रह पाता है थिर
काल के बहाव में ?
जो है,
समर्पित वह भी
बहाव को