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तुम्हारा जाना / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
कब आए तुम
पता नहीं चला
अब जा रहे हो तो
पता चल रहा है
तुम्हारा
आना
तुम्हारे आने की
पदचाप
साफ़ सुनाई दे रही है।