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दिल के ज़ख़्म छुपाना सीख / रामश्याम 'हसीन'
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दिल के ज़ख़्म छुपाना सीख
हँसना और हँसाना सीख
वो मारे, इससे पहले
तू उसपे मर जाना सीख
अब तक औरों को लूटा
अब तू ख़ुद लुट जाना सीख
धोखेबाज़ी, झूठ, फरेब
इन सबसे कतराना सीख
जाने को सब जाते हैं
तू इज़्ज़त से जाना सीख