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नहीं, मुझे इस बरस फ़सल में घाटा नहीं हुआ / रामकुमार कृषक
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नहीं मुझे इस बरस फ़सल में
घाटा नहीं हुआ,
हुआ असल में यही कि
हिस्सा - बाँटा नहीं हुआ !
मेहनत मेरी धरती तेरी
यह क्या बात हुई,
जेठ - भायटा मैं झुलसा
तेरी बरसात हुई;
हलवाले का हाल
भूख - भर आटा नहीं हुआ !
हुआ असल में यही कि
हिस्सा - बाँटा नहीं हुआ ....
मैंने जोता - बोया - काटा
तूने लूट लिया,
मुझे महज़ दालान बैठ
हुक्के - सा घूँट लिया;
चमरौधा अब लौं पाँवों में
बाटा नहीं हुआ !
हुआ असल में यही कि
हिस्सा - बाँटा नहीं हुआ ....
मेरी ढही झोंपड़ी / तेरी
संसद - सौध बनी,
गेहूँ मेरी घुनी / हुई पर
तेरी सोन - कनी;
शोषण का दानव अंगुल - भर
नाटा नहीं हुआ !
हुआ असल में यही कि
हिस्सा - बाँटा नहीं हुआ ....