पड़णा जरूरी सै जिन्दगी अधूरी सै / सतबीर पाई
पढ़णा जरूरी सै जिंदगी अधूरी सै, सुणल्यो नै नर नार
पढ़ण की कर ल्यो त्यारी...
मतना देर लगाइयो रै, सारे पढ़णे आइयो रै
बिल्कुल ना सरमाणा रै, इब नहीं दुख पाणा रै
बिमला अंगूरी रै, केसर कस्तूरी रै
मतना लाओ वार, करो ना गलती भारी...
अनपढ़ सदा बिरान रहै, जिन्दगी तै परेशान रहै
जीवन सुख तै कटै नहीं अनपढ़ का कुछ बंटै नहीं
अनपढ़ की थ्यूरी रै काली और भूरी रै
भैंस रहै एकसार दिखै न्यारी-न्यारी...
अनपढ़ माणस की मर सै, फेर पढ़ण लिखण मैं के डर सै
होज्या तेरा निवारण रै, इस शिक्षा के कारण रै
मिटज्या मजबूरी रै, शिक्षा हो पूरी रै
होज्या फेर सुधार रहै ना बेरोजगारी...
करणी चाहिए गौर तनै, इस शिक्षा की ओर तनै
सतबीर कहै पाई वाला शिक्षा की ठाले माला
होज्या मशहूरी है तबला तमूरी रै
हो जब हाथ गिटार गावण की लयदारी...