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बेटी जब पंख फैलाती है / सत्यनारायण सोनी
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जवान होता बेटा
जब उडारी भरने लगता है
दूर-दूर तक
तो माँ-बाप के
फ़ख्र का
पार नहीं रहता ।
और बेटी
जब पंख फैलाती है
तो माँ-बाप के
फ़िक्र का
पार नहीं रहता ।