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बैल बियावै, गैया बाँझ / 72 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

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बाबूं
बेटा सेॅ जेन्है कहलकै-
गधा, कुत्ता, सूअर कहीं का।
तेॅ ई सुनी केॅ कुत्तां कहलकै-
बस करोॅ मालिक-
तोरोॅ बाबुओ जी
तोरायहा कहै छेलौं
आखिर औलदे छेकौं तोरोॅ
कुछ तेॅ गुण ऐवे करथौं।

अनुवाद:

पिता ने
बेटों से ज्योंहि कहा-
गधा, कुत्ता, सूअर कहीं का।
यह सुनकर कुत्ते ने कहा-
बस कीजिए मालिक
आपके पिताजी भी
आपको यही कहा करते थे
आखिर औलाद है आपकी
कुछ गुण तो आयेगा ही।