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भइया किरिया बेसरिया हम लेबो / मगही

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मगही लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

भइया किरिया<ref>शपथ</ref> बेसरिया हम लेबो।
भइया किरिया बेसरिया हम ना देबो॥1॥
जब तुम ननदो, बधावा लेने अइहो।
भइया किरिया, हम भी किवाड़ हनी देबो<ref>किवाड़ बन्द कर किल्ली ठोक देना।</ref>॥2॥
जल तुम भाभी, किवाड़ हनी देबो<ref>दोगी</ref>
भइया किरिया, हम भी दीवार फाँदी ऐबो<ref>आऊँगी</ref>॥3॥
जब तुम ननदो, दीवार फाँदी अइहो।
भइया किरिया, हमहु नइहर चलि जैबो॥4॥
जब तुम भाभी, नैहर चलि जइहो।
भइया किरिया, हम भी हलकारा<ref>संदेशवाहक</ref> भेज देबो॥5॥

शब्दार्थ
<references/>