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भालू / अमरेन्द्र
Kavita Kosh से
भालू गुड-गुड, गुड-गुड-गुड-गुड
जहिया सें घूमी ऐलोॅ छै
लंदन आरो हाॅलीवुड
बात करै नै केकरौ सेॅ भी
खाली कहै छै
सी केन कुड
ही केन कुड
भालू गुड-गुड, गुड-गुड-गुड ।
चश्मा सदा चढ़ैले राखै
हाथोॅ मेॅ छोटका इस्टिक
झबरोॅ-झबरोॅ लातोॅ सेॅ
सब ढेपोॅ केॅ करै छै किक
खोलै नै टाई केॅ कभियो
या माथोॅ सें आपनोॅ हुड
भालू गुड-गुड, गुड-गुड-गुड ।